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Friday 23 September 2016

some facts

ü  पेरिप्लैनेटा (कॉकरोच) आर्थोपोड़ा संघ का ज्तु है।

ü  मच्छरों में मुख उपांग भेदन एवं प्रचुषण प्रकार का होता है।

ü  कॉकरोच में उत्सर्जी अंग मैलपीधी नलिकाएँ होती हैं।

ü  कॉकरोच के हृदय में कक्षों की संख्या 13 होती है।

ü  पीत ज्वर मादा ऐडीज से; वूचीरेयिया बैन्क्रोफ्टाई माइक्रोफाइलेरिया मादा क्यूलेक्स मच्छर से ; मलेरिया- मादा ऐनफेलीज; तथा टैंगू जावर-ऐडीज ऐजिप्टाई द्वारा फैलाया जाता है।

ü  कॉकरोच तथा केंचुवा रात्रिचर और सर्वाहारी जन्तु है।

ü  कॉकरोच हीमं हीमोग्लोबिन विहिन खुला रुधर परिसंचरण तंत्रपाया जाता है। जिसका प्रमुख कार्य अवशोषित पोषद पदार्थों का वितरण होता है।

ü  बिच्छू : यह आर्थोपोड़ा संघ का जन्तु है। जिसके चार जोड़ी पैर, दो बड़े मध्यवर्ती तथा 2 से 5 जोड़ी छोटे पाश्र्व नेत्र एवं बुक-लन्गस द्वारा श्वसन होता है। इसके पुच्छदण्ट का पश्च भाग डंकनुमा होता है। इसके छोर पर विष ग्रन्थियाँ खुलती हैं। देहगुहा हीमोसाएनिन युक्त हल्के नीले रूधिर से भरी हीमोसील है। यह एक लिंगी जन्तु है। मैथन से पहले प्रणयनिवेदन नाच करता है मैथुन के बाद मादा प्राय: नर को मारकर खा जाती है। निषेचन एवं भ्रणीय विकास मादा के शरीर में। मादा एक बार में 2-3 दर्जन शिशुओं को जन्म देती है।

ü  केकड़ा : यह आर्थोपोड़ा संघ का जन्तु है। इसका शरीर चौड़ा व चपटा
-सा, पृष्ठतल की ओर खण्डों में या सिर, वक्ष एवं उदर भागों मे विभेदित दिखायी नहीं देता, क्योंकि सिर और वक्ष भाग में विेभेदित दिखायी नहीं देता, क्योंकि सिर और वक्ष भाग मिलकर बड़ा व चौड़ा-सा शिरेवश्र बना लेते हैं। वृन्तों पर एक जोड़ी संयुक्त नेत्र होते हैं। वक्ष के अन्तिम 5 जोड़ी उपांग लम्बे चलन-पाद पहली जोड़ी के पाद शिकार को पकड़ने तथा शत्रु से लड़ने हेतु बड़े, मजबूत व सँडसीयुक्त चौड़े शिरोलक्ष तथा लम्बे पादों द्वारा केकड़े पक्षवर्ती गमन कर सकते हैं। उदर उपांग अविकसित। नर में केवल दो जोड़ी उदर-उपांग मैथुन अंगों के रूप में तथा मादा में 4 जोंडी उदर-उपांग अण्डों को साधने के लिए रूपान्तरित। श्वसन जल-क्लोमें द्वारा। एकलंगी। जीवनृ-वृत में जूइया नामक शिशु प्रावस्था। इसके कायान्तरण में वयस्क है।

ü  टिड्डी : संघ-आर्थोपोड़ा; शरीर सिर, वङ तथा उदर में विभक्त; सिर पर एक जोड़ी ऐन्टिनी, एक जोड़ी बड़े संयुक्त नेत्र, तीन जोड़ी छोटे सरल नेत्र तथा भोजन को कुतरने एवं चबाने वाले मुख-उपांग। इनकी कई श्रेणिया एवं जातियाँ संसार भर मे खुले, हरे मैदानों, खेतों, बगीचों आदि में घास-फूस पर पायी जाती हैं। खेतों के लिए हानिकारक। कुछ के सदस्य सीमित क्षेत्रों मे एकाकी कुछ के यूथचारी एवं भ्रमणशील और ये बड़े-बड़े टिड्डी दल बनाकर मीलों उड़ते हैं. देहगुहा रक्त या हीमोलिम्फ से भरी हीमोसील रक्त में श्वसन रंगा नहीं। श्वसन श्वास नालों द्वारा। श्वास रन्ध्रों की 10 जोडियाँ, उदर भाग में। पहले 4 जोड़ी रन्ध्रों में अन्त:श्वास तथा अन्तिम 6 जोड़ी रन्ध्रों से उच्छ्वास होता है। उत्सर्जन मुख्यत: मैल्पीघी नलिकाओं द्वारा। नर एवं मादा के बाह्य जननांग अपेक्षाकृत सरल। र में केवल एक बड़ा शिसन तथा मादा मे तीन जोड़ी काइटिनयुक्त अण्डनिक्षेपण प्रवर्ध। प्रवर्धों द्वारा मादा भूमि में गड्ढे खोदकर अण्डे देती है।
ü  कोलोसल स्कविडस 12-18 मीटर लम्बा सबसे बड़ा अकशेरूकी जन्तु है। इनकी मोटाई 6 मीटर तक तथा भार कई-कई टन तक होता है। यह मोलस्का संघ के अन्तर्गत आते है.

ü  कनखजूरा, सहस्रपाद, पॉरोपस, आर्थोपोडा संघ के जन्तु है।

ü  समुद्रीय प्रकृति में बहुत से जीव एवं कीट स्वयं प्रकाश उत्पन्न करते हैं। प्राणियों द्ारा स्वयं प्रकाश उत्पन्न करने की इस क्षमता को जीपदीप्तिकहते है।

ü  जीव पदार्थ में कार्बोहाइट्रेटसकी मात्रा 1 प्रतिशत होती है, परन्तु पृथ्वी पर कार्बोहाइट्रेट्स ही सबसे अधिक पाए जाने वाले कार्बनक पदार्थ होते हैं। ये मानव आहार के प्रमुख घटक और समस्त जीवों के लिए ऊर्जा के प्रमुख स्त्रोत होते है।

ü  मोनोसैकेराइड- सरलतम् कार्बोहाइड्रेट्स, अपचायक, अधिककांश मीठे, अणुओं में 3 से 7 कार्बन परमाणु। हेक्सोज एवं पेव्टोज मोनोसैकेराइड्स- ग्लूकोस (अंगूर की शर्करा) तथा फ्रक्डोस (फलों की शर्करा)।

ü  ग्लूकोस- रुधिर शर्करा; ईंधन पदार्थ (सभी जीवों में ऊर्जा का मक्य स्त्रोत)।

ü  फ्रक्टोस- सबसे मीठी प्राकृतिक शर्करा। मधुमेह के रोगियों के लिए इससे 235 गुणा अधिक मीठी कृत्रिम शर्करा- सैकरीन।

ü  सर्वाश्रेष्ठ पेन्टोज मोनोसैकेराइड्स- राइबोस (आर एन ए में) तथा डीऑक्सीराइबोस (डी एऩ ए) मैं।

ü  बहुलकीकरण  में मोनोसैकेराइड अणुओं को जोड़ने वाला बन्ध- ग्लाइकोसिडिक बन्ध।

ü  ओलिगोसैकेराइड्स- माल्टोस (ग्लूकोस + ग्लूकोस) अनाज (मुख्यतः जौ) में, लैक्टोस (ग्लूकोस + गैलेक्टोस) दूध में तथा सुक्रोस (ग्लूकोस + फ्रक्टोस) गन्ने में। किण्वन द्वारा माल्टोस से जौ की मदिरा तथा लैक्टोस से दही बनता है। मालटोस और लैक्टोस अपचायक।

ü  पोलीसैकेराइड्स- अनेक मोनोसैकेराइड इकाइयाँ समान इकाइयों के होमोपोलीसैकेराइड्स तथा असमान इकाइयों के हिटरोपोली-सैकेराइड्स।

ü  होमोपोलीसैकेराइड्स- संचयात्मक (मण्ड, ग्लाइकोजन, डेक्स्ट्रॉन) तथा संरचनात्मक (सेलुलोस, काइटिन, आदि)

ü  हिटरोपोलीसैकेराइड्स- जीव शरीर में बाह्यकोशिकीय अवलम्बन होतु संयोजी ऊतों की श्लेष्मी पोलीसैकेराइड्।

Friday 12 August 2016

Biology MCQ Part 1.

1Answer will be update later.
.       लाइसोसोम्स कार्य करते हैं
2.       कोशिका भित्ति होती है
3.       माईटोकॉण्ड्रिया का भीतरी वलन कहलाता है
4.       माइटोकॉण्ड्रिया किसमें अनुपस्थित होता है?
5.       ‘जीवद्रव्य’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया था?
6.       ‘जीवद्रव्य जीवन का भौतिक आधार है’ यह किसका कथन है?
7.       डीएनए हेलिक्स का प्रारूप प्रस्तुत किया
8.       न्यूक्लियस की खोज सर्वप्रथम किसने की थी?
9.       कोशिका की क्रियात्मक गतिविधियाँ नियन्त्रित होती हैं
10.   ‘गुणसूत्र’ शब्द दिया था
11.   अन्तः प्रद्रव्यी जलिका की खोज की
12.   इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की खोज की
13.   वास्तविक केन्द्रक किसमें अनुपस्थित होता है।
14.   र्वाधिक संख्या के(2n) गुणसूत्र पाये जाते हैं
15.   जीवन का भोतिक आधार है
16.   कोशिका की आत्महत्या की थैली कहलाता है
17.   लाइसोसोम में पाया जाने वाला वह एन्जाइम, जिन्में जीवद्रव्यको घुला देने या नष्ट कर देने की क्षमता होती है, कहलाता है
18.   80% से अधिक कोशिका में पाया जाने वाला पदार्थ है
19.   किसकी उपस्थिति के कारण पादप कोशिका और जन्तु कोशिका में अन्तर पाया जाता है?
20.   गॉल्जीकाय का प्रमुख कार्य है
21.   कौन-सा कोशिकांग डीएनए रखता है?
22.   कौन-सा कोशिकांग प्रोटीन संश्लेषण में प्रमुख भूमिका निभाता है?
23.   कौन-सा अंगक प्रायः जन्तु कोशिका में उपस्थित नहीं होता है?
24.   श्वसन पाई जाती हैं
25.   आलू का खाने योग्य भाग होता है
26.   पर्णकाय स्तम्भ एक रूपान्तरण है
27.   नागफनी में प्रकाश-संशलेषी कार्य होता है
28.   मातृ पौधे के समान पौधे प्राप्त होते है?
29.   आलू भूमिगत रूपान्तरित तना होता है, जिसे कहा जाता है
30.   हल्दी के पौधे का खाने योग्य भाग कौन-सा है?
31.   अदरक है
32.   प्याज परिवर्तित रूप है
33.   किसकी पत्ति में पर्णदल प्रायः न्यूनीकृत होता है?
34.   शरद ऋतु में पत्तियाँ शाखाओं से टूटकर नीचे गिर जाता हैं
35.   पुष्पों का अध्ययन कहलाता है
36.   वे पौधे, जिनमें कभी पुष्प नहीं बनते हैं, कहलाते हैं
37.   पूर्ण पुष्प में पाया जाता है
38.   पुष्प के जनन चक्र हैं
39.   
40.   संसार का सबसे बड़ा पुष्प है
41.   संसार का सबसे छोटा पुष्प है
42.   फूलगोभी का खाने योग्य भाग होता है
43.   पौधे का खाने योग्य भाग होता है
44.   पौधे के वायवीय भागों से वाष्प के रूप में जल-हानि को कहते हैं
45.   वाष्पोत्सर्जन में होता है
46.   वाष्पोत्सर्जन होता है
47.   वाष्पोत्सर्जनमापी यन्त्र है
48.   पौधे में वाष्पोत्सर्जन की क्रिया किसमें होती है?
49.   वह दशा, जिसमें वाष्पोत्सर्जन अधिक तेजी से होगा, होती है
50.   पत्तियों के दो मुख्य कार्य होते हैं
51.   पौधों में होने वाली क्रियाओं में से एक, जो इनका तापमान कम कर सकती है, होती है
52.   किस क्रिया के फलस्वरूप पौधों में ऑक्सीजन का निकास एक कार्ब डाईऑक्साइड का अवशोषण होता है?
53.   प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया में क्या बाहर निकलता है?
54.   प्रकाश-संशलेषण की प्रकिया का प्रथम चरण होता है
55.   प्रकाश-संश्लेषण की दर सबसे अधिक होती है
56.   प्रकाश-संशलेषण की दर सबसे कम होती है
57.   प्रकाश-संश्लेषण अंगक हैं
58.   उर्वरकों का अतिरिक्त मात्रा में प्रयोग पौधों की मृत्यु का कारण बनता है
59.   पौधों में जल का परिवहन होता है
60.   भूमि में पौधों की जड़ों के लिए उपलबध जल होता है
61.   पौधों की वृद्धि के लिए कितने आवश्यक तत्वों की जरूरत होती है?
62.   धान का खैरा रोग या लघुपत रोग किस तत्व की कमी से होता है?
63.   फूलगोभी का कौन सा भाग खाया जाता है?
64.   आलू किस कुल से सम्बन्धित है?
65.   वृक्षों की आयु किसके दावारा वर्षों में निर्धारित की जाती है?
66.   कुनैन किससे प्राप्त होता है?
67.   प्रकाश संश्लेषण में पौधे कौन-सी गैस का अवचूषण करते है?
68.   लाइकेन में कवक और शैवाल के मध्य पाया जाने वाला सहजीवी सम्बन्ध क्या कहलाता है?
69.   दालचीनी पेड़ के किस भाग से प्राप्त की जाती है?
70.   इफेड्रा पौधे का कौन-सा भाग इफेड्रिन औषधि उत्पन्न करता है?
71.   प्रकाश-संश्लेषण में पर्णहरित की भूमिका है
72.   लीची फल का खाने योग्य भाग कौन-सा होता है?
73.   किस पौधे में बीज होता है लेकिन फल नहीं होता है?
74.   तेल बीज वाली फसल किससे सम्बन्धित होती है?
75.   भारतीय वानस्पतिक सर्वेक्षण का मुख्यालय कहाँ है?
76.   प्रकाश संश्लेषण के लिए कौन-सी गैस आवश्यक है?
77.   नाइट्रोजन यौगिकीकरण में निम्नांकित में से कौन-सी फसल सहायक है?
78.   रेशम के कीड़े पालने को क्या कहते हैं?
79.   श्वसन मूल किसमें मिलती है?
80.   प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में ऑक्सीजन कहाँ से प्राप्त होती है?
81.   आलू भूमिगत रूपान्तरित तना होता है, जिसे क्या कहा जाता है?
82.   पौधे में वाषपोत्सर्जन की क्रिया किसमें होती है?
83.   पके हुए आम का खाने योग्य आकारियकीय भाग कौन-सा होता है?
84.   लाइकेन जिन दो वर्ग के पौधों से मिलकर बनता, वे हैं
85.   भारतीय वनस्पति विज्ञान के जनक के नाम से कौन जाने जाते हैं?
86.   खाने योग कवक?
87.   जायांग का कौन-सा भाग पराग ग्रहण करता है?
88.   प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया किसमें होती है?
89.   वार्षिक वलयों का अध्ययन क्या कहलाताहै?
90.   अपुष्पी पादपों को किसमें रखा गया है?
91.   

Wednesday 13 July 2016

Q- Write names of two special types of chromosomes describe any one of the with the help of diagram?

Answer:- 

There are special two types of chromosomes –
1.       Lampbrush chromosomes
 Image result for 1. Lampbrush chromosomes
2.       Polytene chromosomes

Polytene chromosomes –

  • These special type of giant chromosomes. occur in the epithelial cells of intestine, fat bodies, malpighian tubules and salivary glands of larvae of many insects of the order – Diptera.
  •  These chromosomes First of all discovered by E.G. Balbiani in 1881 in the Salivary gland of larva and Kostoff (1930) studied the important of these chromosomes. Due to their presence in salivary glands, they are known as salivary gland chromosomes.
  • Structurally giant chromosomes consist of two types of transverse bonds which are known as chromatic (dark bands) & achromatic (interbands) respectively. 
  • Dark bands contains more RNA and little amount of DNA. Several condensed and folded nuclei histones interbands, these fibres are present parallel to each other. 
  • These bands spreads at some places to form special rings or swelling called puffs or balbiani rings. These rings are reversible.


Q. With the help of suitable examples describe how the gene transfer method and production of transgenic plant save helped in increasing quality and yield in crop plant?

Answer

It is biotechnological process that includes transfer of foreign gene into a plant with the help of Genetic engineering techniques for human welfare is know as transgenic plant , transgenic plants are unique in that they develop only one plant cell in normal sexual reproduction, plant offspring is created when a pollen cell and ovule fuse.
Gene transfer Methods by Genetic Engineering Techniques –

1.       Vector – mediated transformation
2.       Particle mediated transformation
3.       Direct DNA absorption

In Vector mediated process, a plant cell is infected with a virus or bacterium that, as part of the infection process, inserts the DNA. In this process the most commonly used vector is the crown gall bacterium based on Ti Plasmid as Agrobacterium tumefaciens.

particle mediated transformation (particle bombardment) –

This method was discovered by ? in 1987, this technique referred as gene gun in which a foreign DNA as gene gun in which a foreign DNA is shooted into the plant cell or tissue at very high speed it is often called micro projective gene transfer techniques by this techniques a foreign DNA can be inserted into the recipient cell.
Direct DNA absorption (Electroporation) in the Direct DNA absorption method an electric shock is usually applied through the solution of the recipient cell and DNA segment to be cloned, this DNA is often accepted by the protoplast due to the increase in the permeability of the cell wall by the effect of current. This process is called electroporation.

Introducing cloned DNA into plant cell, is now routine practice in many laboratories world wides. The main purpose of producing transgenic plant (genetically modified crops) commercial cultivation or are under field trails these plants also have resistant again viruses, Herbicides and can be grown in any climatic condition.

Reduction of photorespiration                                increase efficiency of energy conversion.

Nitrogen fixation                                                      confer ability to fix atmospheric nitrogen to a wider                                                                                     range of species.

Nutritional Value                                                      Improve nutritional value of storage proteins by protein                                                                         engineerings
                                                                                    .
Storage properties                                                   Extend shelf life of fruits and vegetables and appealing.
Consumer appeal                                                      Make fruit and vegetables more appealing with respect                                                                                        to colour shape, size etc.