Sunday 17 July 2016

Bhakti Movement

भक्ति आंदोलन 

 शंकराचार्य
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  • शंकराचार्य का जन्म 788 ई० मे कल्लादी केरला में हुआ। 
  • शंकराचार्य को क्रिप्टोबुद्धा कहा जाता है। 
  • शंकराचार्य ने चार अलग-अलग जगहों पर चार मठों को स्थापित किया।


  1. उ० – जोशी मठ (उत्तराखण्ड)
  2.  -     द्वारिका मठ (गुजरात)
  3. पू० – पुरी मठ (उड़ीसा)
  4.  द० – संग्रेरी मठ (कर्नाटक)


रामानन्द – 

  • रामानन्द के गुरु का नाम रामानुजाचार्य था। इन्होने भक्ति आन्दोलन को दक्षिण भारत से उत्तर भारत की ओर फैलाया।
  • रामानन्द के बारह शिष्य थे। जिसमें १० शिष्य पुरुष तथा दो शिष्य महिला थी।


1.       कबीर (कुलाहा)
2.       सेन (सोनाई)
3.       रविदास (मोची)
4.       पीपा (राजपूत)
रैदास –
  • रैदास ने रैदासी सम्प्रदाय की स्थापना की।


चैतन्य महाप्रभु –

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  • चैतन्य का जन्म पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में 18-feb-1486 में हुआ। चैतन्य के बचपन का नाम निमाई  पण्डित था।
  •  परन्तु उनका वास्तविक नाम विश्वाम्भर मिश्र था। 
  • भारतीय संगीत में कीर्तन चैतन्य महाप्रभु द्वारा लाये गए।


मीराबाई
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  • मीराबाई का जन्म राजस्थान के मेरता में एक राठौर परिवार में हुआ। मीराबाई श्री कृष्ण की बहुत बड़ी भक्त थी।


सूरदास

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  • सूरदास का जन्म उ०प्र० में हुआ। सूरदास जन्म से अन्धे थे। सूरदास ने कुछ महत्वपूर्ण किताबे लिखीं।

1.       सूरसागर
2.       साहित्यलहरी
3.       सूरसारावली

नरसिंह मेहता –

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  • नरसिंह मेहता का दूसरा नाम नरसी मेहता था। वह गुजारत से सम्बन्ध रखते थे।
  •  नरसिंह मेहता ने एक गीत की रचना की (वैष्णवजनतोतेने कंहईये) जो की गाँधी का बहुत प्रिय गीत था।

गुरूनानक
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  • गुरूनानक का जन्म 15 अप्रैल 1469 में हुआ तलवन्डी, नानकाना सहायक पाकिस्तान में हुआ. 
  • मर्दाना गुरूनानक का पहल अनुयायी था। तथा अधिक समय तक साथी रहा। 
  • मर्दाना रवाव बजाया करता था गुरूनानक जी की मृत्यु 22 sept. 1539 ई० में कर्तारपुर में हुई। ये सिक्खों के पहले गुरू थे।

कबीर
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  • कबीर का जन्म वाराणसी में हुआ कबीर के माता पिता नीरू और नीमा थे। 
  • कबीर ने जातिवाद तथा मूर्तिपूजा की आलोचनाकी। तथा ईश्वर एकता, पर बल दिया। कबीर ने कुछ महत्वपूर्ण किताबों की रचना की ः-

1.       बीजक (यह एक पवित्र शास्त्र है )
2.       साखी

3.       सबद

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