बहादुरशाह प्रथम – 
Ø  औरंगजेब के
उत्तराधिकारी थे। बहादुरशाह(१) को शाहे-ऐ-बेखवर भी कहा जाता है।
Ø  सिक्खों के दसवे
गुरु गुरु गोविंन्द सिंह थे। इन्होने बहादुर शाह(१) की सत्ता हासिल करने मे सहायता
की थी।
Ø  बहादुरशाह(१) के समय
शिवा जी के पोते साहु जी के मुगल कैद से रिहा कर दिया गया।
जहाँदरशाह –
Ø  जहाँदारशाह जुल्फीकर
की सहायता से गद्दी पर बैठे।
Ø  जहाँदारशाह का
सम्बन्ध डांसर लाल कुमर से था।
फाहरुकसैयर –
Ø  फाहरुकसैयर सैयद
भाइयों की सहायता से गद्दी पर बैठे। 
Ø  सैयद वंघु दो थे –
(१) अब्दुल्ला खान (२) हुसैन अलीखान
Ø  फाहरुकसैयर ने ईस्ट
इण्डिया कम्पनी को दस-तक जारी किया।
Ø  दस-तक मुक्त व्यापार
आज्ञा थी। 
Ø  दस-तक को सोने का
फरमान भी कहा जाता था।
Ø  राजनैतिक कारणों से
फाहरुकसैयर ने सिक्ख नेता वंदा बहादुर की हत्या करा दी।
मोहम्मद शाह –
Ø  मोहम्मद शाह को
रंगीला भी कहा जाता था।
Ø  ईरानी आक्रमण कर्ता
नादिरशार ने मोहम्मद शाह के समय मुगलों पर आक्रमण किया।
Ø  नादिर शाह ने मो०
शाह को करनाल के युद्ध मे पराजित किया (24-feb-1739)
Ø  नादिर शाह मयूर
सिंहासन तथा कुछ करोड रुपये लेकर फरार हो गया।
Ø  मयूर सिंहासन पर
बैठने पर आखिरी मुगल बादशाह मो० शाह था।
बहादुरशाह जफर (।।) –
Ø  जफर के नाम से
कविताए लिखता था इसलिए इसकों बहादुरशाह जफर बोला गया।
Ø  बहादुरशाह जफर ने 1857 की क्रांति में भाग लिया।
Ø  बहादुरशाह जफर को
अंग्रजों ने रंगून के लिए निर्वासित कर दिया।
Ø  रंगून में बहादुरशाह
जफर की मृत्यु हो गया। उसका मकबरा भी रंगून में स्थापित है।
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