o ध्वनि तरंगें longitudinal अनुदैर्ध्य तरंगें होती है।
o आवृति के आधार पर ध्वि तरंगे तीन प्रकार की होती
है।
§ श्रव्य तरंग (Audible Waves)
§ अवश्रव्य तरंग (Infrasonic Waves)
§ पराश्रव्य तरंग (Ultrasonic Waves)
o 20 हर्टज से
20000 हर्टज वाली तरंगें Audible Waves.
o 20 Hz से नीचे की तरंगें Infrasonic Waves.
o 20000 Hz से अधिक आवृत्ति वाली ध्वनि तरंगें Ultrasonic Waves कहलाती हैं।
o Human can only listen
Audible Waves but some animals like – Dog, Cat and Bat can hear Ultrasonic
waves also.
o Use of Ultrasonic waves –
to sent signal, to know about the depth of the Ocean, for the cure of Brain
tumor and Arthritis.
o SONAR -( Sound Navigation Ranging ) एक ऐसी विधि है। जिसके द्वारा समुद्र में डूबी हुई वास्तु का पता लगाया जाता है.
SONAR के द्वारा पराश्रव्य तरंगों का प्रयोग किया जाता है।
SONAR के द्वारा पराश्रव्य तरंगों का प्रयोग किया जाता है।
o वायुयान की चाल को मैक संख्या द्वारा मापा जाता है.
मैक संख्या -
किसी माध्यम में कीसी पिंड की चाल तथा उसी माध्यम में ताप एवं दाब की उन्ही परिस्थितियों में ध्वनि की चाल के अनुपात को उस माध्यम में उसे मैक संख्या कहते है.
मैक संख्या -
किसी माध्यम में कीसी पिंड की चाल तथा उसी माध्यम में ताप एवं दाब की उन्ही परिस्थितियों में ध्वनि की चाल के अनुपात को उस माध्यम में उसे मैक संख्या कहते है.
o सिनेमाहाल की दीवारो पर थर्माकोल का प्रयोग
अनुरणन Reverberation से बचाव के लिए किया जाता है।
अनुरणन (Reverberation) का अर्थ है ध्वनि उत्पन्न होने के बाद उसका बहुत देर तक बने रहना। अनुरणन तब उत्पन्न होता है जब ध्वनि अनेकानेक बार परावर्तित होने के कारण जुड़ती चली जाती है।
अनुरणन (Reverberation) का अर्थ है ध्वनि उत्पन्न होने के बाद उसका बहुत देर तक बने रहना। अनुरणन तब उत्पन्न होता है जब ध्वनि अनेकानेक बार परावर्तित होने के कारण जुड़ती चली जाती है।
o अनुरणन (Reverberation) – is the collection of
reflected sounds from the surface in an enclosure like an auditorium.
अनुनाद (रिजोनेन्स)-
भौतिकी में बहुत से तंत्रों (सिस्टम्स्) की ऐसी प्रवृत्ति होती है कि वे कुछ आवृत्तियों पर बहुत अधिक आयाम के साथ दोलन करते हैं। इस स्थिति को अनुनाद (रिजोनेन्स) कहते हैं। जिस आवृत्ति पर सबसे अधिक आयाम वाले दोलन की प्रवृत्ति पायी जाती है, उस आवृत्ति को अनुनाद आवृत्ति (रेसोनेन्स फ्रिक्वेन्सी) कहते हैं।
अनुनाद (रिजोनेन्स)-
भौतिकी में बहुत से तंत्रों (सिस्टम्स्) की ऐसी प्रवृत्ति होती है कि वे कुछ आवृत्तियों पर बहुत अधिक आयाम के साथ दोलन करते हैं। इस स्थिति को अनुनाद (रिजोनेन्स) कहते हैं। जिस आवृत्ति पर सबसे अधिक आयाम वाले दोलन की प्रवृत्ति पायी जाती है, उस आवृत्ति को अनुनाद आवृत्ति (रेसोनेन्स फ्रिक्वेन्सी) कहते हैं।
o संगीत के कारण खिडंकी के ग्लास का एवं सैनिकों की
परेड से पुल का गिरना अनुनाद(रिसोनेन्स) के कारण होता है।
o दिन कि अपेक्षा रात मे ध्वनि का दूर तक सुनाई
देने का मुख्य कारण – अपर्वतन के कारण।
o बन्द कमरों मे ध्वनी का सुनाई देना – ध्वि का
विर्वतन.
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